घटिया निर्माण करने वाली कार्य एजेंसी पर प्रशासन सख्त,तकनीकी सहायक और एसडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी…
निर्धारित मानक अनुसार काम न करने वालों पर होगी कड़ी कार्यवाही – डॉ आशुतोष
घटिया निर्माण करने वाली कार्य एजेंसी पर प्रशासन सख्त, जांच रिपोर्ट के बाद और कार्यवाही सम्भावित
कोरिया जिले में हो रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले और घटिया निर्माण करने वालों पर प्रशासन की कड़ी नजर है। जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष ने सभी निर्माण एजेंसी को सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा कि किसी भी योजना के तहत होने वाले निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ कराएं अन्यथा कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें। इस तरह के एक मामले में संज्ञान लेते हुए जिला पंचायत सीईओ ने निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले कार्य एजेंसी पर बेहद सख्त कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। अब निर्माण एजेंसी को घटिया निर्माण कार्य तोड़कर नए सिरे से कार्य कराना होगा। यह निर्माण कार्य का मामला सोनहत जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत कैलाशपुर का है। यंहा महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत तीन सौ मीटर सामुदायिक नाली का निर्माण कार्य ग्राम पंचायत के द्वारा कराया जाना था। लेकिन ग्राम पंचायत ने लापरवाही बरतते हुए निर्धारित मानक के अनुसार कार्य नहीं कराया। इसी प्रकार एक अन्य तटबन्ध कार्य व स्टॉपडेम कार्य भी मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायत द्वारा कराए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई थी। लेकिन इन कार्यों में भी मानक और गुणवत्ता का ध्यान न रखते हुए निर्माण एजेंसी ने मनमाने तरीके से कार्य करा दिया। इस मामले की शिकायत प्राप्त होते ही कलेक्टर कोरिया विनय कुमार लँगेह के निर्देशन में जिला पंचायत सीईओ ने तुरंत जांच टीम बनाकर मौके पर रवाना की। जिला पंचायत में कार्यरत सहायक अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के नेतृत्व में जांच दल ने अवकाश के दिन ही समस्त कार्यों का भौतिक परीक्षण किया और निर्माण कार्य के सेम्पल एकत्र कर लिए हैं। जांच टीम ने सभी कार्यस्थल की प्रथम दृष्टया रिपोर्ट में ही यह पाया कि नाली निर्माण, तटबन्ध निर्माण कार्य और एक स्टॉपडेम निर्माण कार्य स्वीकृति प्रावधान के अनुसार नहीं बनाए गए हैं। जांच टीम की प्रारम्भिक रिपोर्ट मिलते ही सीईओ जिला पंचायत डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने स्वीकृति के प्रावधानों के अनुसार कार्य न कराए जाने के कारण सभी निर्माण कार्य तोड़कर पुनः नए सिरे से सभी कार्य मानक अनुसार कराए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही उन्होंने तीन दिवस में सभी कार्यस्थलों की विस्तृत जांच रिपोर्ट भी तलब की है। जिला पंचायत सीईओ ने बताया की कार्य की निगरानी करने के लिए तकनीकी सहायक और एसडीओ भी जिम्मेदार हैं, उनका पक्ष जानने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। विस्तृत जांच के बाद यदि अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों की लापरवाही सामने आती है तो उन पर भी कठोर कार्यवाही की जाएगी। यदि किसी जिम्मेदार के द्वारा लापरवाही बरती गई है तो उस पर आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में घटिया निर्माण कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।